इस इंडस्ट्री में आप किसी को नहीं बता सकते कि आप डिप्रेशन में हैं: अर्जुन बिजलानी

एक्टर कुशाल पंजाबी की आत्महत्या के बाद उनके दोस्त और टीवी आर्टिस्ट अर्जुन बिजलानी ने डिप्रेशन मैनेंजमेंट के गुर बताए हैं। अर्जुन ने कहा कि, "लोग डिप्रेशन के बारे में खुलकर बात नहीं करते। क्योंकि ये जानने के बाद कोई उन्हें काम नहीं देगा। किसी पर भरोसा नहीं कर सकते, यह वास्तव में दुख की बात है। डिप्रेशन के बारे में जागरूकता और सेंटर्स होने चाहिए। जरूरी हेल्पलाइन्स होना चाहिए ताकि जब भी कोई डिप्रेस्ड फील करें तो इन हेल्पलाइन्स से मदद ले सकें।
अर्जुन बिजलानी का कहना है कि सोशल मीडिया डिप्रेशन का एक प्रमुख कारण है और साथ ही इसे मास्क करने का साधन भी है। आजकल, सोशल मीडिया पर हर किसी के पोस्ट को देख कर लगता है कि वह व्यक्ति बहुत खुश है। सोशल मीडिया में दूसरों को खुश देख कर उदास इंसान और ज्यादा उदास होने लगता है। इनको लगता है कि केवल इनके जीवन में सब कुछ गलत हो रहा है और दूसरों के जीवन में सब कुछ सही हो रहा है। मुझे लगता है कि सोशल मीडिया आज लोगों के जीवन में बहुत प्रभावी भूमिका निभा रहा है।


एक्टर ने कहा कि मैं गलत हो सकता हूं लेकिन अब आपको सबके बारे में हर चीज पता रहती है और सब कुछ इंस्टेंट हो गया है, कोई कुछ खरीदता है तो सोशल मीडिया पर शेयर करता है, कोई कुछ नया पहनता है तो सोशल मीडिया पर शेयर करता है। हर कोई हर किसी के बारे में सब कुछ जानता है। किसी का पोस्ट देख कर लग सकता है कि उस इंसान के पास सब कुछ है और वो बेहद खुश है, लेकिन हो सकता है कि असल जिंदगी में वो इंसान उदास या डिप्रेस्ड हो।


यह जानना जरूरी है कि आपके पास क्या है और आप अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करते रहें। हो सकता है आप अपना लक्ष्य हासिल न कर पाएं, अपने आप को शुरू से ही मजबूत रखना जरूरी है क्योंकि असफलता तो हर फील्ड में होती है। जॉब इंटरव्यू के लिए जाने वाले हर व्यक्ति का सिलेक्शन नहीं हो जाता, लेकिन कोशिश करते रहना चाहिए। आसपास के लोगों के साथ खुशियों का माहौल बनाए रखना चाहिए। कार्य जीवन का एक पहलू है, लेकिन खुशी वास्तव में आपके और परिवार के लोगों और कई अन्य चीजों के साथ होने से होती है। डिप्रेशन में हों, तो खुलकर बात करें